Sunday, December 14, 2014

जिसका मन हो डिब्बाबंद

जिसका मन हो डिब्बाबंद

संताः ये ज्यादा समझदार लोगों को देशहित की बातें समझने में इतनी परेशानी क्यों होती ?
बंता: जिसका मन ही डिब्बाबंद हो वो क्या करे!
संताः मतलब?
बंताः ये मन के ग़ुलाम अभी भी माने बैठे हैं कि जो भी अच्छा होगा वो नेहरू वंश की काँग्रेस ही कर सके है।
#Indians #IndianTwitters
#ColonizedMind

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