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Thursday, October 8, 2015
आरएसएस को देसी चिंतन की ठेकेदारी दी वामियों ने?
क्या आपने संघ को देसी चिंतन की ठेकेदारी दे रखी है? आपकी मर्ज़ी लेकिन अगर आप संघ विरोधी हैं
तो इस लाइन पर पुनर्विचार कर सकते हैं...
मुझे तो किसी भी तरह की लेबेलिंग से अब परहेज नहीं
अगर मेरे पाठक को सुख मिले!
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