Monday, December 14, 2015

गाँधी जी काँग्रेस को भंग करने का सपना लेकर मरे!

संताः महात्मा गाँधी ने आजादी के बाद काँग्रेस पार्टी को भंग करने के लिए क्यों कहा था?
बंताः उनसे ज्यादा इस पार्टी को कौन जानता होगा?
संताः मतलब?
बंताः गोरों की मदद के लिए बनी इस पार्टी से उन्होंने गोरों की वाट लगा दी लेकिन अपने प्यारे जवाहरलाल के नेतृत्व में खड़े काले अंग्रेज़ों के सामने बेबस हो गए।
संताः ऐसा था तो खुद ही काँग्रेस को भंग कर देते?
बंताः ये काम वे जनता पर छोड़ गए।

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