Monday, May 2, 2016

तभी तो एG ओG सारे घोटाले बड़े आराम से हुए

संताः जो भी ही मनमोहनसिंह जी बड़े ईमानदार प्रधानमंत्री थे।
बंताः तभी तो एG ओG सारे घोटाले बड़े आराम से हुए।
संताः मतलब?
बंताः पारस पत्थर के छूने मात्र से जैसे लोहा सोना बन जाता है वैसे ही सिंह साहब के साये में सारे घोटालेबाज मंत्री पुण्यात्मा हो गए।
संताः लेकिन सुना है कि बड़े-बड़े पत्रकार भी उसमें शामिल थे?
बंताः वैसे ही जैसे भोज के बाद पत्तल चाटनेवाले कुत्ते।

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