Thursday, June 2, 2016

सेकुलर वोट-बैंक से बिना सूद के बेमियादी कर्ज मिलते हैं

संताः शराब-मुक्त बिहार के बाद आरएसएस-मुक्त देश बनाने की तैयारी है?
बंता: ताकि अपराधी भय-मुक्त होकर किसी की भी देह को प्राण-मुक्त कर सकें।
संताः यह मुक्ति-पर्व कबतक चलेगा?
बंताः वैसे तो इसकी मियाद पाँच साल है लेकिन गारंटी के साथ कुछ भी नहीं कह सकते।
संताः क्यों?
बंताः यह सेकुलर पर्व है जिसे मनाने के लिए वोट-बैंक से बिना सूद के बेमियादी कर्ज मिलते हैं।

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