आठवीं सदी से शुरू हुये इस्लामी हमलों ने भारत के शरीर को ज़्यादा क्षत-विक्षत किया था, आत्मा को कम। लेकिन 18 वीं सदी में आये अँगरेज़ हमलावरों और 15 अगस्त 1947 के बाद सत्ता पर काबिज़ काले अंगरेज़ों ने देश की आत्मा को ही भीषण रूप से घायल कर दिया। भला हो मोबाइल , इंटरनेट और सोशल मीडिया कि अब इस घायल आत्मा पर युवापीढ़ी मलहम-पट्टी लगा रही है और काले अंगरेज़ों से उनके काले कारनामों का दोटूक हिसाब माँग रही है। NDTV पर एक दिन के प्रतिबंध पर सरकार को मिले समर्थन से तो यही लगता है। लोग तो यह भी पूछ रहे हैं कि देश की सुरक्षा से जानबूझकर समझौता करनेवाले इस चैनल को इतनी कम सज़ा क्यों?
#NDTVBan
4.11.16
#NDTVBan
4.11.16
No comments:
Post a Comment