Wednesday, December 21, 2016

सेकुलर-वामी-इस्लामिस्ट गठजोड़, तीन तलाक़ और समान नागरिक संहिता

एक सेकुलर-वामी-इस्लामिस्ट का दिमाग अक्सर पेट और पेट से थोड़ा नीचे का ही चक्कर काटता रह जाता है। यह बुद्धि के डीएनए यानी सॉफ्टवेयर का प्रॉब्लम है। जो इसे समझ जाए वह यह भी समझ जाएगा कि 'तीन तलाक़' को ख़त्म कर 'समान नागरिक संहिता' को लागू करने के सीधे या छुपे विरोध पर इनमें नाभि-नाल सम्बन्ध क्यों है।
20.10.16

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