सेकुलर-मुल्ले बनाम भगवा मुल्ले
औरत के हक़ों को लेकर 99% बुद्धिजीवी मुसलमानों और 100 % कठमुल्लों में कोई अंतर नहीं। कोई नहीं चाहता कि औरत के जिस्म पर सिर्फ औरत का हक़ हो। अब कम्युनिस्ट और सेकुलर-लिबरल मुल्ले भी उनके साथ मजबूती से खड़े हो गए हैं।
यानी मुसलमान औरतों को मर्दों और हिन्दुस्तान की बाकी औरतों के बराबर अधिकार की लड़ाई में ले-देकर सिर्फ भगवा मुल्ले ही साथ हैं। बात भी सही है, मुल्ले की काट मुल्ले ही कर सकते हैं!
फिलहाल मैं फुलटॉस कम्युनल चल रहा हूँ। और आप?
19.10.16
औरत के हक़ों को लेकर 99% बुद्धिजीवी मुसलमानों और 100 % कठमुल्लों में कोई अंतर नहीं। कोई नहीं चाहता कि औरत के जिस्म पर सिर्फ औरत का हक़ हो। अब कम्युनिस्ट और सेकुलर-लिबरल मुल्ले भी उनके साथ मजबूती से खड़े हो गए हैं।
यानी मुसलमान औरतों को मर्दों और हिन्दुस्तान की बाकी औरतों के बराबर अधिकार की लड़ाई में ले-देकर सिर्फ भगवा मुल्ले ही साथ हैं। बात भी सही है, मुल्ले की काट मुल्ले ही कर सकते हैं!
फिलहाल मैं फुलटॉस कम्युनल चल रहा हूँ। और आप?
19.10.16
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