Wednesday, December 21, 2016

सेकुलर-मुल्ले बनाम भगवा मुल्ले

सेकुलर-मुल्ले बनाम भगवा मुल्ले

औरत के हक़ों को लेकर 99% बुद्धिजीवी मुसलमानों और 100 % कठमुल्लों में कोई अंतर नहीं। कोई नहीं चाहता कि औरत के जिस्म पर सिर्फ औरत का हक़ हो। अब कम्युनिस्ट और सेकुलर-लिबरल मुल्ले भी उनके साथ मजबूती से खड़े हो गए हैं।
यानी मुसलमान औरतों को मर्दों और हिन्दुस्तान की बाकी औरतों के बराबर अधिकार की लड़ाई में ले-देकर सिर्फ भगवा मुल्ले ही साथ हैं। बात भी सही है, मुल्ले की काट मुल्ले ही कर सकते हैं!

फिलहाल मैं फुलटॉस कम्युनल चल रहा हूँ। और आप?
19.10.16

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