मैं मुसलमानों पर क्यों लिखता हूँ?
मैं यह सब(मुसलमानों पर लेखन) इसलिए भी कर रहा हूँ कि भारत में अभी तक
मुस्लिम मध्यवर्ग पैदा नहीं हुआ। जो मध्यवर्ग सा दिखाई देता है वह असल में
आभिजात्य वर्ग है जो आत्मकेन्द्रित, स्वार्थी और कायर है।शाहबानो केस में
अपने रवैए से वह एक कदम आगे नहीं बढ़ा है।वह यह तक मानने को तैयार नहीं है
कि आज 100 करोड़ हाथों में मोबाइल है, 35 करोड़ लोग इंटरनेट पर हैं और 35
करोड़ (गैरमुस्लिम ) मध्यवर्ग है जो सबकुछ जाँच-परख सकता है ।
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