चीनी कोच फैक्टरी: हिम्मत है तो मोदी भक्त अब इसका बॉयकॉट करके दिखाएँ!
■ सेकुलर-वामी तीन तलाक़ और समान नागरिक संहिता पर मौनी बाबा बने हुए हैं लेकिन भारत में चीनी मेट्रो कोच फैक्टरी खोले जाने को लेकर ताने मार रहे हैं कि है हिम्मत है तो मोदी भक्त अब इसका बॉयकॉट करके दिखाएँ।
■ भाई, आप जैसी हिम्मत तो नहीं कि 1962 के चीनी हमले और आज के तीन तलाक़ का समर्थन कर दें; भारत छोड़ो आन्दोलन (1942) और समान नागरिक संहिता का विरोध कर दें।
■ लेकिन चीन में बने पटाखे (कंज्यूमर गुडस्) और भारत में लगनेवाली चीनी मेट्रो कोच फैक्टरी (कैपिटल गुड) में हम भक्त अंतर करना जानते हैं क्योंकि हम देश से प्यार करते हैं और आप खुद से। यह कोई रॉकेट साइंस नहीं है, सिर्फ़ नीयत का फ़ेर है।
■ कैपिटल गुड्स और कंज्यूमर गुड्स में बहुत अंतर होता है। फिर, जब विदेशी कंपनी आपके देश में कैपिटल गुड्स बनाये तो वह नेशनल गुड्स के बराबर है क्योंकि वह टेक्नोलॉजी और रोज़गार दोनों देती है। भक्त बहुत स्मार्ट हैं लेकिन सेकुलर-वामी-जेहादियों के लिए मोदी विरोध और देश विरोध आजकल एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। हे ईश्वर, इन्हें माफ़ करना।
19.10.16
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