इशरत जहाँ के अब्बू ! अब बस आप ही से उम्मीद है
इशरत जहाँ के अब्बू ! अब बस आप ही से उम्मीद है
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72 हूरों और शराब के दरिया वाली ज़न्नत का रसीदी टिकट पा चुके सिमी के योद्धाओं को अबतक न ममता बनर्जी ने 'बंगाल के लाल' घोषित किया है न ही मुलायम सिंह ने 'उत्तर प्रदेश के उत्तम सपूत'।
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इनसे तो नीतीश कुमार ही अच्छे जिन्होंने लश्कर की एजेंट इशरत जहाँ को 'बिहार की बेटी' से नवाज़ा था। कॉमरेड चंद्रशेखर समेत अनेक हत्याओं के आरोपी शहाबुद्दीन को वे हाई कोर्ट से जमानत दिलाकर ही माने।
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इशरत के अब्बू मने कि नीतीश कुमार तो अलबत्त पक्के ईमानवाले निकले। वे पीएम होते तो न याकूब मेमन को फाँसी होती न अफ़ज़ल गुरु को। औरंगज़ेब रोड का नाम भी बदलकर अब्दुल कलाम रोड नहीं किया जाता। देश का अगला पीएम उन्हीं को बनना चाहिये, बेशक ज़ाकिर नाइक या मोहम्मद शहाबुद्दीन को उनका सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया जाए।
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आपकी क्या राय है?
2.11.16
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72 हूरों और शराब के दरिया वाली ज़न्नत का रसीदी टिकट पा चुके सिमी के योद्धाओं को अबतक न ममता बनर्जी ने 'बंगाल के लाल' घोषित किया है न ही मुलायम सिंह ने 'उत्तर प्रदेश के उत्तम सपूत'।
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इनसे तो नीतीश कुमार ही अच्छे जिन्होंने लश्कर की एजेंट इशरत जहाँ को 'बिहार की बेटी' से नवाज़ा था। कॉमरेड चंद्रशेखर समेत अनेक हत्याओं के आरोपी शहाबुद्दीन को वे हाई कोर्ट से जमानत दिलाकर ही माने।
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इशरत के अब्बू मने कि नीतीश कुमार तो अलबत्त पक्के ईमानवाले निकले। वे पीएम होते तो न याकूब मेमन को फाँसी होती न अफ़ज़ल गुरु को। औरंगज़ेब रोड का नाम भी बदलकर अब्दुल कलाम रोड नहीं किया जाता। देश का अगला पीएम उन्हीं को बनना चाहिये, बेशक ज़ाकिर नाइक या मोहम्मद शहाबुद्दीन को उनका सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया जाए।
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