मीर-ग़ालिब की दिल्ली अब बिहार के भिखारी ठाकुर-महेंद्र मिश्र के स्वागत को भी तैयार हो रही है
मीर-ग़ालिब की दिल्ली अब बिहार के भिखारी ठाकुर-महेंद्र मिश्र के स्वागत को भी तैयार हो रही है
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करीब 250 बरस पहले फ़ारसी के अव्वल शायर #बिहार से #देहली आये थे। नाम था, #बेदिल। उनका सिक्का नहीं जमा क्योंकि मुग़लिया सल्तनत अंतिम साँसे गिन रही थी हालाँकि #ईरान से बाहर और #ख़ुसरो के बाद बेदिल #फ़ारसी के सबसे बड़े #शायर हैं।
अपना वतन छोड़ते-छोड़ते बेदिल का दिल वहीं कहीं रह गया होगा, चोट गहरी होगी सो आँसू भी न निकसे होंगे, बस मन भाँय-भाँय रोया होगा जब अपनी मादरी ज़बान मगही में उन्होंने कहा था:
#पटना_नगरी_छार_दिहिन_अब_बेदिल_चले_बिदेस।
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20 वीं सदी के अंतिम दो दशकों से शुरू हुआ बिहारी #पलायन मुसलसल चल रहा है। #अराजकता, #ग़रीबी और #सामाजिक_तनाव में पीस रहे बिहार के लगभग 50 लाख से भी ज़्यादा लोगों ने आज दिल्ली को अपना नया '#विहार' बना लिया है।
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18वीं सदी के बिहारी बेदिल परदेस दिल्ली में एक बेबस शायर थे और आज के लाखों बिहारी वोटबैंक वाले लोकतंत्र के #वोटर हैं जो संभव है #दिल्ली_को_अगला_मुख्यमंत्री भी दें।
पूर्वांचल के सुपरस्टार भोजपुरी गायक #मनोज_तिवारी का #दिल्ली_भाजपा_अध्यक्ष बनाया जाना और क्या-क्या कहता है?
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#दिल्ली की महफ़िलों से #मीर_ज़ौक़_ग़ालिब भले ही कभी विदा नहीं होंगे लेकिन दिल्ली की गलियों में और सड़कों पर अब #भोजपुरी और #मैथिली के #सांस्कृतिक_नायकों
#भिखारी_ठाकुर, #महेंद्र_मिश्र और #विद्यापति की धूम ज़रूर होगी, फिर धीरे से उसमें बाबा #बुल्लेशाह और #दशम_गुरु की किरपा भी मिल जाएगी। आमीन।
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करीब 250 बरस पहले फ़ारसी के अव्वल शायर #बिहार से #देहली आये थे। नाम था, #बेदिल। उनका सिक्का नहीं जमा क्योंकि मुग़लिया सल्तनत अंतिम साँसे गिन रही थी हालाँकि #ईरान से बाहर और #ख़ुसरो के बाद बेदिल #फ़ारसी के सबसे बड़े #शायर हैं।
अपना वतन छोड़ते-छोड़ते बेदिल का दिल वहीं कहीं रह गया होगा, चोट गहरी होगी सो आँसू भी न निकसे होंगे, बस मन भाँय-भाँय रोया होगा जब अपनी मादरी ज़बान मगही में उन्होंने कहा था:
#पटना_नगरी_छार_दिहिन_अब_बेदिल_चले_बिदेस।
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20 वीं सदी के अंतिम दो दशकों से शुरू हुआ बिहारी #पलायन मुसलसल चल रहा है। #अराजकता, #ग़रीबी और #सामाजिक_तनाव में पीस रहे बिहार के लगभग 50 लाख से भी ज़्यादा लोगों ने आज दिल्ली को अपना नया '#विहार' बना लिया है।
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18वीं सदी के बिहारी बेदिल परदेस दिल्ली में एक बेबस शायर थे और आज के लाखों बिहारी वोटबैंक वाले लोकतंत्र के #वोटर हैं जो संभव है #दिल्ली_को_अगला_मुख्यमंत्री भी दें।
पूर्वांचल के सुपरस्टार भोजपुरी गायक #मनोज_तिवारी का #दिल्ली_भाजपा_अध्यक्ष बनाया जाना और क्या-क्या कहता है?
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#दिल्ली की महफ़िलों से #मीर_ज़ौक़_ग़ालिब भले ही कभी विदा नहीं होंगे लेकिन दिल्ली की गलियों में और सड़कों पर अब #भोजपुरी और #मैथिली के #सांस्कृतिक_नायकों
#भिखारी_ठाकुर, #महेंद्र_मिश्र और #विद्यापति की धूम ज़रूर होगी, फिर धीरे से उसमें बाबा #बुल्लेशाह और #दशम_गुरु की किरपा भी मिल जाएगी। आमीन।
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