Tuesday, June 21, 2016

प्रोफेसर से बड़ा मानसिक गुलाम कोई नहीं


प्रोफेसर से बड़ा मानसिक गुलाम कोई नहीं।
भारत का असल नवजागरण चौक-चौराहों और चौपालों से शुरू हो चुका है।
विश्वविद्यालय तो सिर्फ फैक्टरी हैं मानसिक गुलामी के।

संदर्भः भारत का कोई भी विश्वविद्यालय।

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