Friday, June 3, 2016

बलात्कार-हत्या पर चुप्पी की बेमिसाल एकता

संताः केरल में बलात्कार के बाद एक दलित की हत्या कर लाश की बोटी-बोटी कर दिए जाने पर भी जेएनयू के दलित-वामपंथी-इस्लामिस्ट मौन है?
बंताः लेकिन रोहित वेमूला की ती आत्महत्या पर भी आसमान सर पर उठा लिया था।
संताः इस मामले को वे राजनीतिक रंग नहीं देना चाहते।
बंताः नहीं ब्रो, यह 'पुण्य कार्य' 72-हूरों की ज़न्नत में बुकिंग के लिए आतुर कुछ शांतिदूतों ने किया है।
संताः मतलब?
बंताः मामला दलित-मुस्लिम एकता का है।
संताः बलात्कार-हत्या पर चुप्पी की बेमिसाल एकता?
बंताः1946-47 में एक दलित नेता ने लाखों बंगालियों के बलात्कार, हत्या और जबरिया धर्मांतरण को अनदेखा कर मुस्लिम लीग का चुनावों में समर्थन किया था।
संताः मतलब देश के बँटवारे का समर्थन?
बंताः हाँ, इसके एवज में जोगेन्दर मंडल को जिन्ना साहब ने काबिना मंत्री बनाया था।
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#JishaRapeAndMurder
#NirbhayaInKerala

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