Thursday, December 22, 2016

संता: इंशाल्लाह यहाँ देशतोड़क मिलते हैं!

संता: दिल्ली के ITO पुल के पास लिखा है: यहाँ हाथी मिलते हैं।
बंता: तो?
संता: जेएनयू गेट पर क्यों नहीं लिखा कि इंशाल्लाह  यहाँ देशतोड़क मिलते हैं?
बंता: जयचंद और मीरज़ाफ़र साइनबोर्ड के मोहताज़ नहीं होते।

( श्री  Raj Kishor Sinha की पोस्ट से प्रेरित।)
13.9.16

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