मार्क्स, मार्क्सवादी लोग और उनकी गालियाँ
मार्क्स, मार्क्सवादी लोग और उनकी गालियाँ
एक मार्क्सवादी का पूरा विज्ञान सामान्यत: गालियों पर टिका होता है। इसलिये गाली-विरोध में भी मार्क्सवादी गाली देते हैं और जहाँ गाली नहीं होती वहाँ भी गाली ढूँढ़ लेते हैं। गाली उनके बौद्धिक डीएनए का हिस्सा है। हालाँकि अकादमिक गालियों का भरपूर इस्तेमाल करनेवाले मार्क्स ऐसे नहीं थे।
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चूँकि उनके चेलों ने उनके पैग़म्बरी रूप को ही ज़्यादा अपनाया, इसलिए एक औसत मार्क्सवादी और डाटा-ट्रेंड-आईडिया के बीच छत्तीस का आँकड़ा होता है।
14.9
एक मार्क्सवादी का पूरा विज्ञान सामान्यत: गालियों पर टिका होता है। इसलिये गाली-विरोध में भी मार्क्सवादी गाली देते हैं और जहाँ गाली नहीं होती वहाँ भी गाली ढूँढ़ लेते हैं। गाली उनके बौद्धिक डीएनए का हिस्सा है। हालाँकि अकादमिक गालियों का भरपूर इस्तेमाल करनेवाले मार्क्स ऐसे नहीं थे।
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चूँकि उनके चेलों ने उनके पैग़म्बरी रूप को ही ज़्यादा अपनाया, इसलिए एक औसत मार्क्सवादी और डाटा-ट्रेंड-आईडिया के बीच छत्तीस का आँकड़ा होता है।
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