Tuesday, December 20, 2016

नेता -पत्रकार छकरे पर लदे हैं, जनता राजधानी एक्सप्रेस पर सवार है

1920 का दशक:
जनता पंजाब मेल पर सवार है और नेता छकरे पर लदे हैं---शिवपूजन सहाय
(एक आकाशधर्मी पत्रकार)

2016:
नेता के साथ-साथ पत्रकार भी आज छकरे पर लदे हैं और जनता राजधानी एक्सप्रेस पर सवार हो चुकी है।

नोट: इस पोस्ट का भक्तों, सेकुलर ग़ुलामों या नोटबंदी से कोई लेना-देना नहीं है।
12.12

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