Thursday, August 11, 2016

दलितापा का सम्बन्ध जात से नहीं है...

चूँकि दलितापा स्वार्थवश एक ओढ़ी हुई नकली मानसिक अवस्था है इसलिए यह अब किसी ख़ास जात और मजहब तक सीमित नहीं रही। मनरेगा और इस तरह के अनेक कार्यक्रमों ने हर जात-मजहब में 'दलित' पैदा करके ख़ासकर कृषि को अपूर्णीय क्षति पहुँचाई है।
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दलितापा का यूरोपीय शिकार बना यूनान। कैसे?

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