तहार्रुश यानी एक अरबी 'रेप गेम' ?
तहार्रुश यानी एक अरबी 'रेप गेम' ?
क्या यह सही है कि ईमानवालों ने एक अरबी 'रेप गेम' का ईजाद किया है जिसका नाम है
तहार्रुश?
*
इसमें तीन घेरों में शिकार (काफ़िर लड़की, महिला) को फँसाया जाता है। ये घेरे शांतिदूत नरों के होते हैं।अंदर के घेरे के लोग बलात्कार का खेल खेलते हैं, उसके बाद के घेरे के लोग ताली पीटते हैं और अंतिम यानी सबसे बाहर के ईमानदार लोग यह सुनिश्चित करते हैं कि इस पाक खेल को कोई देख न पाये।
*
कोई चश्मदीद गवाह नहीं तो बलात्कार भी नहीं! अगर शिकायत हुई तो पीड़िता या तो पागल घोषित होगी या झूठी।
*
कोई यह भी कह सकता है कि उसने ईमानवालों को फँसाने के लिये रात के अँधेरे में अपना अपहरण करवाकर ख़ुद ही 'बलात्कार' करवा लिया हो। विरोधी पार्टीवाले तो ईमानवालों को फँसाने के लिए पीड़िता के बाप या पति के सामने ही ऐसा करवा सकते हैं।बस पति या बाप को यह साबित करना होगा कि वे सचमुच दुःखी हैं।
*
सेकुलर सरकार है
समाजवादी सरकार है
ग़रीब-गुरबा की सरकार है
ऊपर से नीचे तक अपनों की सरकार है
तब भी सोशल मीडिया की साज़िश बरकरार है।
क्या यह सही है कि ईमानवालों ने एक अरबी 'रेप गेम' का ईजाद किया है जिसका नाम है
तहार्रुश?
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इसमें तीन घेरों में शिकार (काफ़िर लड़की, महिला) को फँसाया जाता है। ये घेरे शांतिदूत नरों के होते हैं।अंदर के घेरे के लोग बलात्कार का खेल खेलते हैं, उसके बाद के घेरे के लोग ताली पीटते हैं और अंतिम यानी सबसे बाहर के ईमानदार लोग यह सुनिश्चित करते हैं कि इस पाक खेल को कोई देख न पाये।
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कोई चश्मदीद गवाह नहीं तो बलात्कार भी नहीं! अगर शिकायत हुई तो पीड़िता या तो पागल घोषित होगी या झूठी।
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कोई यह भी कह सकता है कि उसने ईमानवालों को फँसाने के लिये रात के अँधेरे में अपना अपहरण करवाकर ख़ुद ही 'बलात्कार' करवा लिया हो। विरोधी पार्टीवाले तो ईमानवालों को फँसाने के लिए पीड़िता के बाप या पति के सामने ही ऐसा करवा सकते हैं।बस पति या बाप को यह साबित करना होगा कि वे सचमुच दुःखी हैं।
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सेकुलर सरकार है
समाजवादी सरकार है
ग़रीब-गुरबा की सरकार है
ऊपर से नीचे तक अपनों की सरकार है
तब भी सोशल मीडिया की साज़िश बरकरार है।
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