U&ME

Recent Posts

  • सभी बैंक कर्मचारियों को भ्रष्ट कहना ठीक नहीं
  • नेता -पत्रकार छकरे पर लदे हैं, जनता राजधानी एक्सप्...
  • As Kafirs we are no less stakeholders in Islam, why?
  • सेकुलर कौन कम्युनल कौन?
  • 'भक्त' का उल्टा क्या होगा?
  • "दिल है ईरान और टर्की में"
  • चायवाले का सपना 'डिजिटल इंडिया' और आईआईटी पास का '...
  • भक्त' एक सनातनी और सकारात्मक अवधारणा है
  • "राहुल गाँधी को पंचतंत्र बारबार पढ़ना चाहिए।"
  • ब्राह्मण के ऊपर दुनियाभर के आरोप मढ़ दो...

Powered by Blogger

Subscribe to
Posts [Atom]

Wednesday, December 21, 2016

राम की धरती पर भी राम-राम कहना हराम हो गया है

राम रे राम! राम की धरती पर भी राम-राम कहना हराम हो गया है।
अब तो इंशाल्लाह घोर भक्तयुग आयेगा !

posted by U&Me | 1:59 AM

0 Comments:

Post a Comment

Subscribe to Post Comments [Atom]

<< Home