Tuesday, February 23, 2016

युवा भारत को अखबार-टीवी के बकवास के लिए फुर्सत कहाँ है!

संताः देश के 65-70% आबादी यानी युवा भारत को टीवी-अखबारों में हो रहे बकवास के लिए फुर्सत नहीं है।
बंताः तब तो देश को कोई खतरा नहीं है।

(नोटः देश में 100 करोड़ मोबाइल और 35 करोड़ इंटरनेट कनेक्शन हैं।अखबारों की कुल बिक्री 8 करोड़ है।टीवी की स्थिति अखबार से बेहतर लेकिन मोबाइल के आसपास भी नहीं।)

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