ईश्वर की अवधारणा से जुड़े हैं समय और इतिहास
राजा भोजपाल जिनके नाम पर बसी आज की नगरी भोपाल। झीलों के शहर की सबसे बड़ी झील 'बड़ा तालाब' में स्थापित मूर्ति इतिहास की समानांतर परम्परा की उपलब्धि...यहाँ समयबोध एकरेखीय नहीं चक्रीय है...और इसके उत्स में है ईश्वर की भारतीय अवधारना:
एकोसद्विप्रा बहुधा वदंन्ति...
भारत में ईश्वर, इतिहास और समय की अवधारणाएं अविच्छिन्न हैं और दैनंदिन के व्यवहार से जुड़ी हैं।
कभी आपने सोचा है कि भारत का एक औसत व्यक्ति खुद लेट होने या दूसरे के लेट होने को गंभीरता से क्यों नहीं लेता?
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