Wednesday, July 15, 2015

मोबाइल-इंटरनेट जी के साथ-साथ इन्हें भी सलाम!



कल (11 जुलाई) की रात और आज की सुबह Sumant Bhattacharya​   और अजित सिंह #iamajitsingh  को  फेसबुक पर पढ़ते हुए बीती है।ये दोनों जीवन के विश्वविद्यालय के आचार्य हैं और इनकी देश-समाज को बड़ी जरूरत है।ये बुद्धिवीर हैं , कोरे बुद्धिजीवी /बुद्धिविलासी नहीं।मोबाइल-इंटरनेट जी के साथ-साथ इन्हें भी सलाम।

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