Thursday, October 8, 2015

नेहरू नटवरलाल के कारनामे...

#अंग्रेज़ों को #अमेरिकी लोग ज्यादा अच्छे से समझते थे।तभी तो #काले_भूरे_अंग्रेज़ों यानी #सेकुलर_वामियों ने अमेरिका से लगभग 60 साल तक रिश्ता अच्छा नहीं रखा और उसे #पाकिस्तान की थाली में परोस दिया।
अमेरिका ने जब 1950-51 भें #भारत को #राष्ट्रसंघ की #वीटो वाली सदस्यता दिलानी चाही तो #नेहरू_नटवरलाल ने #रूस (तब #सोवियत_संघ) और  #कम्युनिस्टों को खुश करने के लिए या उनके दबाव में #चीन का नाम प्रस्तावित कर दिया ।

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