Thursday, October 8, 2015

"आरएसएस को भी तो हिन्दू जेहादी मिल रहे हैं"...

हमारे मित्र Rashid Ali  साहब ने फरमाया है कि
"आरएसएस को भी तो हिन्दू जेहादी मिल रहे हैं"।
****************************************
#आरएसएस और ऐसी संस्थाएँ #इस्लामी कट्टरता की देन हैं और इस अर्थ में प्रतिक्रिया में पैदा हुई संस्थाएँ हैं।ठीक वैसे ही जैसे 10 वीं सदी में '#नागा_साधुओं' के #अखाड़े शुरू हुए मुसलमानी हमले से सुरक्षा के लिए।
*
#राम_मंदिर_ध्वंस के बाद बनी #बाबरी_मस्जिद हमेशा नागा साधुओं के हमले का केन्द्र रही और इसीलिए बाद में लोगों ने वहाँ नमाज पढ़ना बंद कर दिया।आजकल नागा साधुओं को सेकुलरदासी समुदाय के लोग अपनी उलटी-सीधी देशतोड़क हरकतों से चारा-पानी दे रहे हैं ।
*
लेकिन #हिन्दुओं को उनकी #अल्पसंख्यक_भावना से मुक्ति दिला रहा है #इंटरनेट और मोबाइल जो तर्क और तथ्य के आधार पर सबकी पोल खोलने में सबकी मदद कर रहा है ।
पिछले एक साल में #कुरान-पाक, #हदीस और #शरीया को जितना हिन्दुओं ने पढ़ा है उतना शायद पिछले 1400 सालों में भी नहीं पढ़ा होगा।
क्यों ? जानने के लिए कि आज पूरी दुनिया में इस्लाम पर्याय क्यों है #आतंक का जबकि पहले #ईसाई इससे भी ज्यादा आतंक मचा चुके है। #ईसाई_पूर्व_यूरोप और #अमेरिका के निवासियों की सभ्यता-संस्कृति और जीवन का  विनाश कर अजायबघर में पहुँचा दिया। लेकिन #पुनर्जागरण से ईसाइयों ने सीखा और अधिकांश मुसलमान न सीखने के लिए अभिशप्त बने रहे ।
*
इस लिहाज से ये आरएसएस जैसी संस्थाएँ #हिन्दुओं के  'इस्लामी मोर्चे' हैं और अगर #सेकुलर_वामी_सामी गठजोड़ अपने #देशतोड़क_प्रचार में ऐसे ही लगा रहा तो  ये संस्थाएँ सिर्फ नाम की हिन्दू रहेंगी, काम की  'इस्लामी' होंगी जो देश और समाज दोनों के लिए घातक होगा।हिन्दू जबतक हिन्दू है तभी तक देश अपने मूल रूप में सुरक्षित है , उसका सेकुलर-वामी-सामी की नकल पर कट्टरता का रास्ता अपनाना इस देश को नर्क बना कर छोड़ेगा।
लेकिन यह बात सेकुलर-वामी-सामी की बौद्धिक कुव्वत से बाहर की चीज़ है । क्योंकि
#THE_ARE_THE_LAST_TO_LEARN-- #GeorgeFernandes.
हमारे अन्य मित्र Shailendra Dhar ने जार्ज फर्नांडीस साहब को संशोधित करते हुए कहा है :
#THEY_ARE_INCAPABLE_OF_LEARNING...

0 Comments:

Post a Comment

Subscribe to Post Comments [Atom]

<< Home