राष्ट्र और सत्ता: काँग्रेस बनाम आरएसएस
काँग्रेस और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बीच जारी विवाद के मूल में #राष्ट्र को लेकर उनकी समझ का अंतर है। काँग्रेस यूरोपीय #NationState (राष्टराज्य) की नेहरू-नक़ल करती है तो संघ भारतीय जीवन और सभ्यता में व्यवहृत #StateNation (राज्यराष्ट्र) को मानता है जिसे वह 'सांस्कृतिक राष्ट्रवाद' कहता रहा है।
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असल में #राष्ट्रराज्य विभेदों में खड़ा किया जाता है जैसे मजहब, भाषा, नस्ल, क्षेत्र आदि। इसी आधार पर अंग्रेज़ों ने खुद द्वारा स्थापित काँग्रेस और पोषित लीग के साथ मिलकर भारत का बँटवारा कर दिया। फिर इसी आधार पर बांग्लादेश बना और बलुचिस्तान-सिंध-पख़्तूनिस्तान भी लाइन में हैं क्योंकि राष्ट्रराज्य की अवधारणा ही सत्ता (state) केंद्रित और विभेदाधारित है।
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दूसरी तरफ़ #राज्यराष्ट्र की अवधारणा रामायण वाली 'जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरियसि' पर आधारित है जिसमें सत्ता एक साधन मात्र है जन्मभूमि की गरिमा को बनाये रखने के लिए। सत्ता का काम भाषिक-क्षेत्रीय समेत अन्य विविधताओं के बीच सेतु का काम करना है न कि उन्हें समुद्र में टापू की तरह अकेले छोड़ देना है। अथर्ववेद में भी आया है: 'माता भूमिः पुत्रोहं पृथिव्याः'।
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दूसरे शब्दों में कहें तो काँग्रेसी सोच के केंद्र में सत्ता-केंद्रित समाज है तो संघ की सोच के केंद्र में समाज-केंद्रित सत्ता है।
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दिलचस्प है कि भारत का संविधान और यहाँ का सत्तासंस्थान (विधायिका, न्यायपालिका, कार्यपालिका, मीडिया, शिक्षाजगत) सब यूरोप की नक़ल करते हुए सिद्धान्ततः राष्ट्रराज्य में विश्वास रखते हैं जबकि भारत का जनजीवन राज्यराष्ट्र को जीता है। यानी भारत के जीवन से निसृत राष्ट्र/राष्ट्रवाद की व्यावहारिक अवधारणा और उसके बुद्धिजीवियों में इसकी समझ के बीच एक गहरी खाई है। असल में वे एक-दूसरे के धुर विपरीत हैं।
इसलिए इस देश में आज बुद्धिजीवी यह कहते से प्रतीत होते हैं:
'जनता को गोली मार दो
जनता प्रतिक्रियावादी हो गई है।'
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जनता और उसके अभिजात वर्ग के बीच की यही खाई नेपाल में भी है जिसे केंद्र में रखकर 'राज्यराष्ट्र: अवधारणा और सिद्धान्त' नामक पुस्तक लिखी गई है। इस क्रांतिकारी पुस्तक के लेखक हैं डॉ Nirmala Mani Adhikary और डॉ गोविन्द उपाध्याय। इस पुस्तक की यूट्यूब पर समीक्षा का लिंक नीचे है। मित्र सुमंत भट्टाचार्य ने भी अपनी वाल पर इसको लेकर विमर्श शुरू किया है। असल में आज पोस्ट लिखने की प्रेरणा उन्हीं की सर्जिकल स्ट्राइक से मिली।
https://www.youtube.com/watch?v=ODL9Ne-6w6
©चन्द्रकान्त प्रसाद सिंह
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