किस राष्ट्र के और कैसे पिता हैं गाँधी?
●क्या कोई पिता अपनी संतान के अपहरण, बलात्कार और हत्या पर चुप रहता है?
●ऐसे चुप रहने वाले पिता को सच्चा पिता कहेंगे क्या?
●अगर नहीं तो भारत माता की लाखों संतानों के बलात्कार, 30 लाख से ज्यादा के नरसंहार और करोड़ों के जबर्दस्ती मुसलमान बनाये जाने पर चुप रहने वाले को 'राष्ट्रपिता' कैसे कहेंगे?
●सत्य-अहिंसा के नाम पर इस भीषण असत्य और हिंसा को स्वीकारने वाले समाज को झूठा, आत्महीन और आत्महंता कह सकते हैं क्या?
● अगर हाँ तो इस पाखंड से मुक्ति के लिए क्या आंदोलन की जरुरत नहीं है?
●अगर हाँ तो सवाल है कि मातृशक्ति-प्रधान भारत में ईसाइयों और ईमानवालों की तरह 'राष्ट्रपिता' की जरुरत है भी क्या?
●23 मई के बाद की राष्ट्र-योजना में इसे शामिल होना चाहिये कि नहीं?
●अगर हाँ तो यह जिम्मेदारी समाज की है या सरकार की?
● अगर समाज की है तो असली समाज के सच्चे प्रतिनिधि होने का दावा करनेवाले फेसबुकिया समाज की क्या भावी योजना है?
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राणा प्रताप, कबीर, तुलसी, रविदास, मीरा बाई, शिवाजी, गुरुगोविंद सिंह, दारा शिकोह, बिरसा मुंडा, लक्ष्मीबाई, ग़ालिब, अरविन्द घोष, नेताजी, सावरकर और गोडसे जैसे नायकों को उनकी जगह पर अधिष्ठित कीजिये, फिर देखिये कमाल इस देश का।
©चन्द्रकान्त प्रसाद सिंह
●ऐसे चुप रहने वाले पिता को सच्चा पिता कहेंगे क्या?
●अगर नहीं तो भारत माता की लाखों संतानों के बलात्कार, 30 लाख से ज्यादा के नरसंहार और करोड़ों के जबर्दस्ती मुसलमान बनाये जाने पर चुप रहने वाले को 'राष्ट्रपिता' कैसे कहेंगे?
●सत्य-अहिंसा के नाम पर इस भीषण असत्य और हिंसा को स्वीकारने वाले समाज को झूठा, आत्महीन और आत्महंता कह सकते हैं क्या?
● अगर हाँ तो इस पाखंड से मुक्ति के लिए क्या आंदोलन की जरुरत नहीं है?
●अगर हाँ तो सवाल है कि मातृशक्ति-प्रधान भारत में ईसाइयों और ईमानवालों की तरह 'राष्ट्रपिता' की जरुरत है भी क्या?
●23 मई के बाद की राष्ट्र-योजना में इसे शामिल होना चाहिये कि नहीं?
●अगर हाँ तो यह जिम्मेदारी समाज की है या सरकार की?
● अगर समाज की है तो असली समाज के सच्चे प्रतिनिधि होने का दावा करनेवाले फेसबुकिया समाज की क्या भावी योजना है?
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राणा प्रताप, कबीर, तुलसी, रविदास, मीरा बाई, शिवाजी, गुरुगोविंद सिंह, दारा शिकोह, बिरसा मुंडा, लक्ष्मीबाई, ग़ालिब, अरविन्द घोष, नेताजी, सावरकर और गोडसे जैसे नायकों को उनकी जगह पर अधिष्ठित कीजिये, फिर देखिये कमाल इस देश का।
©चन्द्रकान्त प्रसाद सिंह
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