Sunday, May 26, 2019

मोदी के भाषण से शुरू हुआ महाविमर्श

मित्रो,
नमस्कार। मोदी का सेंट्रल हॉल वाला भाषण बहुत पसंद किया जा रहा है। यह सकारात्मक ऊर्जा से सराबोर बौद्धिकता से युक्त है जिसमें राष्ट्रीय महाविमर्श को जन्म देने की क्षमता है। इस पर बहसें भी  हिट होंगी--जनता में न कि पेशेवर बुद्धिजीवियों में। इसके मुख्य बिंदु हो सकते हैं:
1. Power Elite बनाम मोदी;
2. नेता-बाबू-दलाल की तिकड़ी बनाम मोदी;
3. प्रधानमंत्री मोदी बनाम राजर्षि मोदी ;
4. वोटबैंक को 'घूस' बनाम राष्ट्रीय समृद्धि-सुरक्षा-सम्मान का शंखनाद;
5. जात-मजहब-धर्म बनाम राष्ट्रधर्म;
6. जातीय-क्षेत्रीय अस्मिता बनाम राष्ट्रीय अस्मिता;
7. अधिकार- केंद्रित वोटर बनाम कर्तव्य-केंद्रित नागरिक;
8. निजी मजहबी-धार्मिक आस्था बनाम एकमात्र राष्ट्रीय इष्टदेव भारत-माता में आस्था;
9. यूरोपीय राष्ट्रवाद बनाम भारतीय राष्ट्रवाद;
10. अल्पसंख्यक अधिकार-वाद बनाम राष्ट्रीय कर्तव्य-निष्ठा;
11. अमीर-ग़रीब बनाम ग़रीबी से मुक्ति चाहनेवाले नागरिक और ग़रीबी से मुक्ति दिलानेवाले नागरिक।

आग्रह है कि इसमें आप भी अपने बिन्दु जोड़ते चलें।
सादर धन्यवाद,
चन्द्रकान्त।
#मोदी_का_भाषण #मोदी #संसद #सेंट्रल_हॉल

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